लोहार्गल में बुधवार को श्री खांडल विप्र धाम का विधि विधान से भगवान परशुराम की मूर्ति, कुलदेवियों की मूर्तियों व ऋषियों की मूर्तियों की प्राण- प्रतिष्ठा हुई। इसके अलावा विप्र धाम का लोकार्पण हुआ। इस दौरान महाआरती हुई। खांडल विप्र धाम ट्रस्ट लोहर्गल के अध्यक्ष ओमप्रकाश सेवदा ने कहा कि लोहार्गल खांडल विप्रों का उद्गम स्थल भी है, यहां पर सदियों पूर्व खांडल विप्रों के पूर्वज 50 ऋषियों ने भगवान परशुराम द्वारा किए गए महान यज्ञ का मंगल कार्य संपन्न करवाया गया था।
हवामहल विधायक बालमुकुंद आचार्य ने कहा कि लोहार्गल धाम में ऐतिहासिक कार्य हुआ है, कुलदेवियों व ऋषियों की मूर्तियां एक ही धाम में स्थापित की गई है। जो भी अपने समाज व परिवार से जुड़ा रहता है, वो हमेशा आगे बढ़ता है, जो इनसे हट जाता है, वो आगे नहीं बढ़ता है। आने वाले पीढ़ी को शिक्षित करने के लिए जिलों में शिक्षा के केंद्र बनने चाहिए। नई पीढ़ियों को अपने गौत्र व कुलदेवी की जानकारी होनी चाहिए। पूर्व आईपीएस हरिप्रसाद शर्मा ने लोहार्गल में हुए ऐतिहासिक कार्य के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
राजस्थान प्रादेशिक खांडल विप्र संगठन जयपुर के प्रदेश अध्यक्ष अनिल कुमार शर्मा ने कहा की वर्तमान समय में एकता दर्शाने की जरूरत है, लोकतंत्र में संख्या बल ही काम आता है। उन्होंने समाज की मजबूती का आह्वान किया। रिटायर्ड जज नवल बोचिवाल ने कहा की लोहार्गल खांडल समाज का उद्गम स्थल है, यह ऐतिहासिक कार्य इतिहास की पन्नो में लिखा गया है। संत जुगलशरण ने इस धाम पर बच्चों के जात जडूले उतारने का आह्वान किया, ताकि आने वाली पीढ़ी को इस धाम से जोड़ा जा सके। पालिका उपाध्यक्ष किला चोटिया ने समाज की मजबूती पर जोर दिया। इस मौके पर संतों का व इस धाम में सहयोग देने वालों का सम्मान किया गया।
sources from : दैनिक भास्कर