Saturday, 28 May 2011

चोटिया


शिखा वृद्धतरा यस्य सर्वांगे लुलिता परा ।
तस्माच्चौल इति ख्यातो भूसुरो भुविमंडले ॥११॥
बडी भारी चोटी जिसके सारे शरीर पर पडी रहा करती थी, वह ब्राह्म्ण पृथ्वी मंडल में चौल (चोटिया) नाम से प्रसिद्ध हुआ ॥११॥

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